भारत में बढ़ रहे कोरोना के मामले, इटली को पीछे छोड़ भारत पहुंचा छठे स्थान पर

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नई दिल्ली
अनलॉक इंडिया 1 के ऐलान के बीच देश में तेजी से फैलते कोरोना वायरस के संक्रमण ने चिंता बढ़ा दी है। हालत यह है कि देश में एक हफ्ते में कोविड-19 के मामलों में 61 हजार की वृद्धि हो गई। नए केस की तेज रफ्तार से देश में शुक्रवार को इटली से भी 150 ज्यादा कोविड-19 मरीज हो गए। अब भारत 2 लाख, 34 हजार, 163 कोरोना मरीजों के साथ इटली से आगे हो गया और दुनिया में छठे स्थान पर पहुंच गया है।
केंद्र सरकार ने 25 मार्च को देशव्यापी लॉकडाउन लागू करने के बाद इसे चार चरणों में 31 मई तक जारी रखा। हालांकि, 3 मई को चौथे चरण की शुरुआत से ही पाबंदियों में ढील दे दी गई और अब 8 जून से कंटेनमेंट एरियाज को छोड़कर पूरे देश में ज्यादातर पाबंदियां हटाने का फैसला किया गया। अनलॉक इंडिया 1 का ऐलान तब किया गया जब 3 मई से दी गई पाबंदियों में ढील के दुष्प्रभाव साफ-साफ दिखने लगे।

3 मई के बाद से न केवल शहरों में बल्कि गांवों में भी कोविड-19 मरीजों की संख्या में तेज वृद्धि दर्ज की जाने लगी क्योंकि प्रवासी मजदूरों को श्रमिक स्पेशल ट्रेनों और बसों के जरिए उनके घर पहुंचाने का अभियान छिड़ गया। फिर तो देश में नए कोरोना पॉजिटिव केस के रेकॉर्ड बनने लगे। परिणाम यह हुआ कि आज भारत दुनिया का छठा सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित देश बन गया है।

शुक्रवार को भी करीब साढ़े सात हजार केस
देश में शुक्रवार को 7,450 नए कोरोना केस सामने आए हैं। इसके साथ ही, देशभर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 2,34,163 हो गई है। हालांकि, अब तक 1,09,461 कोविड-19 मरीज ठीक हो चुके हैं। यानी, देश में तत्काल 1,10,960 कोरोना मरीज ही हैं। हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में मरीजों के स्वस्थ होने की दर करीब 48% हो गई है।

कुल कोरोना केसों के मामले में अभी अमेरिका पहले पायदान पर है। वहां कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 19,32,810 तक पहुंच चुकी है। 6,21,877 मरीजों के साथ ब्राजील दूसरे, 4,49,834 मरीजों के साथ रूस तीसरे, 2,88,058 मरीजों के साथ स्पेन चौथे जबकि 2,83,311 मरीजों के साथ यूके पांचवें नंबर पर है। चिंता की बात यह है कि भारत में नए कोरोना केस की रफ्तार पर लगाम नहीं लग पा रहा है। ऐसे में आशंका है कि कोरोना प्रभावित देशों की लिस्ट में भारत कुछ दिनों के अंतराल पर ऊपर चढ़ता चला जाएगा। अभी यूके से इसका फासला 50 हजार से भी कम मरीजों की है।

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