पुलिस की मेहरबानी 17 दिनों की मोहलत, सेटलमेंट के बाद फिर दोहराई वही हरकत सोशल मीडिया में कर दी पीड़िता की पहचान उजागर…

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हिंद स्वराष्ट्र सूरजपुर : सूरजपुर पुलिस की मेहरबानी से एक रेप ब्लैकमेलिंग की पीड़िता को मजबूरन समझौता कर लेना पड़ा है। सामाजिक पारिवारिक और पुलिस की दबाव में आकर उसने आरोपी वकील जाहिद सिद्दीकी से अंततः समझौता कर लिया है। पुलिस द्वारा आरोपी वकील को समझौते के लिए 17 दिन का समय दे दिया गया 17 दिन में वकील द्वारा किसी भी तरह से महिला को अपने झांसे में लेकर समझौता कर लिया गया। लेकिन सूरजपुर के रसूखदार वकील जाहिद सिद्दीकी द्वारा फिर पीड़ित महिला के ऊपर अत्याचार करते हुए व्हाट्सएप ग्रुप पर उसकी पहचान उजागर करते हुए समझौता पत्र को वायरल कर दिया है जिसमें महिला के नाम नंबर सहित महिला का पूरा पता उजागर कर दिया है। पेशे से वकील जाहिद सिद्दीकी की यह हरकत खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे को चरितार्थ करते हुए की गई है दरअसल हिंद स्वराष्ट्र द्वारा कल एक खबर का प्रकाशन किया गया था जिसमें जाहिद सिद्दीकी की करतूतो की उजागर किया गया था, जिस पर जाहिद सिद्दीकी द्वारा प्रतिक्रिया देते हुए पहले तो पत्रकार को धमकी दी गई फिर सेटलमेंट का पेपर सोशल मीडिया के व्हाट्सएप ग्रुप में डाल दिया गया।

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पत्रकार को देख लेने की दी धमकी

पेशे से वकील जाहिद सिद्दीकी अब गुंडागर्दी में उतर आए हैं और उन्होंने खबर को डिलीट करने और पत्रकार को देख लेने की धमकी फोन कर दे डाली हैं। आपको बता दे की जाहिद सिद्दीकी के द्वारा पीड़ित महिला से भी हम पर न्यूज़ डिलीट करने का दबाव बनवाया जा रहा है और न्यूज़ डिलीट ना करने की स्थिति में आत्महत्या कर लेने की धमकी दी जा रही है।

ऐसे में मन में यह विचार उठता हैं कि पुलिस और मीडिया के समय की कोई कीमत नहीं हैं या फिर इन दोनों के नामों का इस्तेमाल कुछ लोगों के लिए बस अपना उल्लू साधने मात्र के लिए रह गया हैऐसे लोगों की मदद करना अपने समय की बर्बादी और बेवजह की दुश्मनी मात्र बनकर रह जाती हैं।

महिला द्वारा कुछ दिन पूर्व बताया गया था कि जाहिद सिद्दीकी द्वारा महिला के विरुद्ध कुछ सबूत रखे गए हैं जिसके आधार पर उसे पर समझौते का दबाव बनाया जा रहा है और समझौता करने के लिए वह स्वयं अपनी माता के साथ पीड़िता के घर गया हुआ था जिससे महिला काफी डरी हुई थी। अंदेशा है कि शायद महिला जाहिद सिद्दीकी के धमकियों से डर गई है और न्याय के लिए आवाज नहीं उठा पा रही हैं।

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