एक ओर राष्ट्रपति के स्वागत के लिए जिला प्रशासन कर रहा जी तोड़ मेहनत वहीं दूसरी ओर राष्ट्रपति के दत्तक पुत्रों के साथ सरगुजा जिले में ही हो रहा अन्याय, मदद नील बटा सन्नाटा…

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हिंद स्वराष्ट्र अम्बिकापुर : सरगुजा जिले के अंबिकापुर विकासखंड अंतर्गत आने वाले ग्राम कांतिप्रकाशपुर में राष्ट्रपति के दत्तक पुत्रों के साथ काफी अन्याय किया जा रहा है। कुछ जमीन दलाल और राजस्व के अधिकारी मिलकर इन भोले भाले गरीब कोरवा जनजाति के लोगों को लूटने का काम कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला पिछले दो– तीन वर्षो से हमारे द्वारा लगातार उठाया जाता रहा है, जहां कुछ जमीन दलालों द्वारा एक पहाड़ी कोरवा सुग्गी आत्मज सोमार साय कोरवा की जमीन खसरा नंबर 527 रकबा 0.1700 पर कब्जा कर लिया गया था और उस जमीन पर अवैध तरीके से मकान का निर्माण कराया जा रहा था। हिंद स्वराष्ट्र के दखल के बाद उस जमीन पर स्टे लगा दिया गया और एसडीएम कोर्ट में 170(ख) के तहत प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही की गई, लेकिन स्थगन आदेश के बावजूद अनावेदक अब्दुल जली मिरकली द्वारा उक्त मकान के निर्माण कार्य को लगातार जारी रखा गया जिसकी शिकायत पहाड़ी कोरवा द्वारा कलेक्टर से लेकर पुलिस तक की गई लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की और मकान का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया और अनावेदक बड़े गर्व के साथ उस मकान में आज पर्यंत निवासरत हैं। आश्चर्य की बात यह है कि आज वह जमीन जो कभी कोरवा की हुई करती थी आज अनावेदक भुनेश्वर प्रसाद आत्मज मुरलीधर जाति गोंड और धरम साय बखला उरांव जाति के लोगों की हो गई है। यह चमत्कार कैसे हुआ यह तो प्रशासन ही बता पाएगा..?

देखें स्थगन आदेश :

अब सवाल यह उठता है कि जब राष्ट्रपति के दत्तक पुत्रों को सरगुजा प्रशासन मदद ही नहीं दे सकता है, बार-बार आवेदन के बावजूद अगर उनकी गुहार नहीं सुन सकता है तो फिर राष्ट्रपति के स्वागत और जनजातीय लोगों के विकास के झूठे दावे क्यों करता हैं..? झूठे दिखावे भी जिला प्रशासन को बंद कर देनी चाहिए क्योंकि क्रांतिप्रकाशपुर में हो रहे जमीन घोटाले किसी से भी छुपे हुए नहीं है। कोरबा की जमीन पर अवैध तरीके से अतिक्रमण कर बड़े-बड़े बिल्डिंग ठोक दिए गए हैं और इस मामले में राजस्व के कई अधिकारियों द्वारा अपने हाथ भी रंग लिए गए हैं, लेकिन वहां से गुजरने वाले नेता, मंत्री और जनजातीय लोगों के बारे में बड़ी-बड़ी बातें करने वाले लोग कभी इनकी मदद के लिए सामने नहीं आते हैं। बस यह छोटे-मोटे और कभी-कभी बड़े आयोजन कर कुछ एक जनजातीय लोगों को सम्मानित कर वाहवाही लूटने का काम करते हैं।

आपको बता दें कि कांतिप्रकाशपुर में कोरवा जनजाति के लोगों की जमीन को हड़पने का यह कोई इकलौता मामला नहीं है, बल्कि यहां बड़े स्तर पर जमीन घोटाला हो रहा है और बेचारे गरीबों की जमीन लूटकर धड़ल्ले से  जमीन की खरीदी बिक्री का  कार्य किया जा रहा हैं।

अब्दुल जली मिरकली का मकान

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