नायब तहसीलदार पर फर्जी बहू बन नौकरी लेने का आरोप,,,ससुर और जेठ बोले – कांस्टेबल बेटे की मौत के बाद फर्जी दस्तावेज से नौकरी हथिया ली..

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सीकर :- पीपीई किट पहनकर कोरोना संक्रमित शव को कंधा देने के दौरान चर्चा में आई सीकर के धोद में नायब तहसीलदार रजनी यादव पर उसके ससुराल वालों ने फर्जी बहू बनकर विधवा कोटे में नौकरी हासिल करने का आरोप लगाया है। कलेक्टर को ज्ञापन देकर मामले की जांच के आदेश दिए हैं, जबकि खुद उनका ही कहना है कि मामले से जुड़ा एक केस कोर्ट में विचाराधीन है।
उधर, नायब तहसीलदार रजनी यादव का कहना है​ कि घर के राशनकार्ड में, यहां तक की वोटिंग लिस्ट में भी पत्नी के तौर पर उसका नाम है। इतना ही नहीं पति की नौकरी में वैरिफिकेशन में भी उसका जिक्र है। इसलिए वे गलत आरोप लगा रहे हैं।

परिवार बोला- फर्जी दस्तावेज से ली नौकरी

मामला उस समय चर्चा में आया जब बधाल निवासी रामचंद्र यादव ने कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में आरोप लगाया कि उनका बेटा लालचंद यादव कांस्टेबल था। जिसकी ​शादी प्रियंका से हुई थी। उसके एक बेटी है। प्रियंका की मौत 2010 में हो गई और उसके बेटे लालचंद की भी मौत 2016 में हो गई। बड़े बेटे की साली रजनी ने लालचंद की पत्नी बनकर फर्जी दस्तावेज से नौकरी हथिया ली। उसको सरकारी नौकरी से बर्खास्त करके कार्रवाई करें।

नायब तहसीलदार बोली- दोनों बहनों की शादी दोनों भाइयों से हुई थी

वहीं, दूसरी ओर नायब तहसीलदार रजनी यादव का कहना है कि दो बहनों की शादी दोनों भाइयों से हुई थी। जिसके सबूत सरकारी दस्तावेजों में है। रजनी यादव ने जेठ गोपाल यादव का राशनकार्ड बताया जिसमें लालचंद और उसकी पत्नी के तौर पर रजनी का नाम शामिल है। इसके अलावा 2004 और 2009 की वोटर लिस्ट में लालचंद की पत्नी के तौर पर रजनी का नाम लिखी लिस्ट भी दिखाई। इतना ही नहीं लालचंद के दफ्तर में वैरिफिकेशन के तौर पर भरे जाने वाले फॉर्म में रजनी और उसके पिता का भी नाम शामिल है।

पॉपर्टी को लेकर दबाव बनाया जा रहा

विवाद के बारे में जानकारी देते हुए रजनी ने बताया कि प्रॉपर्टी को लेकर दबाव बनाया जा रहा है। दरअसल गोपाल की पत्नी जो उसकी बड़ी बहन है उसे भी परेशान करके घर से निकाल चुके है। जो पिछले दस साल से मायके में ही रह रही है। इतना ही नहीं सैकंड ग्रेड टीचर में नंबर आया तो वहां पर भी शिकायत की गई जिसका मामला अभी विचाराधीन है।
रजनी यादव ने कहा कि आरपीएससी को भी इसी तरह शिकायत करके मुझ पर दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन मैंने एग्जाम फाइट कर नौकरी हासिल की है। जांच में अपने दस्तावेज रखे तो आरपीएससी ने मुझे ज्वॉइनिंग दी। आरोप सही होते तो उसी समय सामने आ जाता। ​मुझसे कोई अपना पक्ष रखने के लिए कहेगा तो दस्तावेज के साथ तथ्य रखूंगी।

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