हिंद स्वराष्ट्र सूरजपुर : एक और जहां छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना में किसी भी प्रकार की धांधली को बर्दाश्त नहीं किए जाने की घोषणा करते हुए यह स्पष्ट कर दिया था कि पीएम आवास योजना में किसी भी प्रकार की धांधली होने पर जिले के कलेक्टर पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं दूसरी ओर सूरजपुर जिले के विकासखंड में शासन की महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में जमकर फर्जीवाड़ा किया गया हैं। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि क्या अब अपने नीचे स्तर के अधिकारियों की लापरवाही और कारिस्तानी की सजा क्या सूरजपुर कलेक्टर एस. जयवर्धन को चुकानी पड़ेगी?? क्योंकि सूरजपुर कलेक्टर के नाक के नीचे कुछ कर्मचारी और अधिकारियों द्वारा मिलीभगत कर इस योजना में बड़ी धांधली कर दी गई है। फर्जी तस्वीरों और फर्जी मूल्यांकन के आधार पर हितग्राहियों के खातों में पैसे ट्रांसफर कर अपनी अपनी जेबों को भरने का कार्य संबंधित अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा किया गया हैं। शासन द्वारा निर्माण कार्यों को जल्द पूरा करने के आदेश के बाद शासन के आंखों में धूल झोंकते हुए लगभग 30 घरों का निर्माण कार्य पूर्ण हुए बगैर ही इन्हें पूर्ण बतला दिया गया हैं और हितग्राहियों के खातों में पूरे पैसे ट्रांसफर करवा दिए गए हैं। निर्माण कार्य पूर्ण बताने के लिए फर्जी तस्वीरों को अपलोड किया गया हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि सचिव से लेकर जनपद के बड़े अधिकारियों द्वारा आपस में सांठगांठ कर निर्माण कार्यों में धांधली की गई हैं। हितग्राहियों का आरोप है कि निचले स्तर के कर्मचारियों द्वारा रिश्वत लेकर कार्य को पूर्ण बतलाकर राशि का आहरण करवाया गया हैं।
