वन विभाग की दादागिरी अतिक्रमण हटाने के नाम पर राजस्व पट्टे के जमीन पर भी बुलडोजर चलाने का लगा आरोप…

0

हिंद स्वराष्ट्र सोनहत राजन पाण्डेय :  सोनहत विकासखण्ड में इन दिनों वन विभाग द्वारा अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध कार्यवाही काफी तेज है, सोनहत के ओदारी कुशहा चकदण्ड आदि जगहों पर कई लोगो के घर जो वन भूमि पर अतिक्रमण कर बनाया जग था उसे तोड़ दिया गया। हालाकि बरसात में लोगो को घर से बेघर किये जाने को लेकर बेहद आक्रोश देखा जा रहा है लेकिन वह विभाग ने अपनी कार्यवाही लगातार जारी रखी है। लेकिन ग्रामीणों की माने तो अतिक्रमण हटाने की आड़ में अब वन विभाग दादागिरी पर उतारू हो गया है और वन विभाग द्वारा वन भूमि पर अतिक्रमण हटाने के नाम पर पट्टे की राजस्व भूमि पर भी बुलडोजर चला दिया जा रहा है ऐसा हम नही कह रहे है बल्कि यह आरोप ग्रामीणों ने लगाया है , और बाकायदा अनुविभागीय दंडाधिकारी सोनहत से न्याय की गुहार भी लगाई है।
राजस्व पट्टे की जमीन पर चला दिया बुलडोजर
सोनहत विकासखण्ड के ग्राम चकदण्ड देवगढ़ वनपरिक्षेत्र का अमला अतिक्रमण हटाने गया हुआ था जहां  पर लखन लाल एवं अन्य 5 लोगो की सम्मिलित खाते की राजस्व भूमि खसरा नम्बर 336 पर वन विभाग ने अतिक्रमण हटाने के नाम पर बुलडोजर चलना प्रारम्भ कर दिया , जमीन मालिको के देवीदयाल ,निर्मला मुन्ना लाल रामचंद्र सहित अन्य ने बताया कि उनके द्वारा मना करने पर वन विभाग ने अमले ने उन्हें धमकाया और फटकार लगाई, जिस पर जमीन मालिक ने उन्हें जमीन का पट्टा दिखाया और जमीन के सभी दस्तावेज पट्टा बी 1 खसरा सहित पुराना अभिलेख भी दिखाया लेकिन जमीन मालिक का आरोप है कि वन कर्मियों ने कागज फेक दिया और कार्यवाही जारी रखी, और खसरा नम्बर 336 में बने खेत के मेड़ो को तोड़ दिया और बोई गई फसल पर पूरा बुलडोजर चला दिया जिससे ग्रामीणों और जमीन मालिक में भारी आक्रोश है

साल भर की खेती पर चला बुलडोजर परिवार में है 30 लोग
महिला निर्मला ने बताया कि खेत पर बुलडोजर चला देने से इस साल खेती नही हो पाएगी बहुत नुकसान कर दिया गया हम क्या खाएंगे, क्या बेचेंगे पूरे परिवार पर आर्थिक संकट आ गया है, 2023 में 70 क्विंटल धान इसी भूमि पर उगा कर बेचे थे, हमारा तो परिवार ही सड़क पर आ गया, निर्मला ने बताया कि हमने एस डीएम साहब को लिखित में शिकायत देकर जांच एवं कार्यवाही के साथ उचित मुवाबजे की भी मांग किया है, हमारे साथ न्याय होना चाहिए , निर्मला ने बताया कि कलेक्टर महोदया से भी मिलकर शिकायत करेंगे हमारे साथ हुए अन्याय के खिलाफ न्याय मिलने की मांग करेंगे।
नोटिस वन भूमि की कार्यवाही राजस्व भूमि पर
पीड़ित परिवार ने बताया कि वन विभाग द्वारा वन भूमि में कब्जे के सम्बंध में अतिक्रमण हटाने का नोटिस दिया था, लेकिन कार्यवाही पट्टे की राजस्व भूमि पर कर दी और ग्रामीणों का आरोप है कि वन अमले ने राजस्व भूमि पर बुलडोजर चलाने के दौरान पीड़ित परिवार को काफी डराया और धमकाया भी जिसकी चौतरफी निंदा हो रही है।


पूर्व विधायक ने कहा पीड़ित परिवार को न्याय नही मिला तो करेंगे आंदोलन
पूर्व विधायक ने गुलाब कमरो फोन पर पीड़ित परिवार से बात कर कार्यवाही का भरोसा दिया है इस दौरान गुलाब कमरो ने कहा कि  छत्तीसगढ़ सरकार पर सवालिया निशान उठाते हुए कहा कि क्या यही विष्णुदेव जी का सुशासन है? पहले गरीबों के घर तोड़े गए अब वन भूमि का अतिक्रमण बता कर राजस्व भूमि पर बुलडोजर चला रहे हैं, गरीब ग्रामीणों के घर और खेतों सहित फसलों को जमीदोज किया जा रहा है, कमरो ने कहा कि पूर्व सरकार में एक भी घर नही तोड़े गए यहां तो गांव गांव में गरीब आदिवासियों पिछड़ा वर्ग और सामान्य वर्गों के लोगो को घर तोड़ बरसात में बेघर किया जा रहा है, सुशासन का वादा करके सबको घर देने के नाम पर आई सरकार घर तोड़ने का कार्य कर रही है, गुलाब कमरो ने कहा कि यदि सम्बंधित को न्याय नही मिला तो उन्हें न्याय दिलाने सड़क पर उतर कर लड़ाई लड़ी जाएगी, और  सम्बंधित परिवार को हुए नुकसान की क्षति पूर्ति की भी मांग शासन से करता हु।

वन विभाग की कार्यप्रणाली पर लगातार उठ रहे सवाल

वन विभाग ने अपने  नियमो कानूनों का हवाला देते हुए गरीब ग्रामीणों द्वारा वन भूमि पर किये गए अतिक्रमण को तो हटा दिया गया, ग्रामीणों के घर मकान जमीदोज कर दिए गए लेकिन सबसे अहम सवाल यह भी है कि क्या वन विभाग सत्ता धारी दल के लोगो के द्वारा वन भूमि पर जो भारी भरकम क्षेत्र में कब्जा किया गया है उसे हटाने की हिम्मत दिखायेगा? क्या सत्ता धारी दल के लोगो के द्वारा आस पास के क्षेत्र जंगलों में कई एकड़ जमीन में किये गए कब्जे सहित उसमें अवैध रूप से किये गए निर्माण कार्य को जमीदोज करने की हिमाकत वन विभाग कर सकेगा? यह सवाल अहम होता जा रहा है, सोनहत विकासखण्ड के अधिकांस वन भूमि  पर लोगो लंबे समय से काबिज हैं लेकिन विभाग की कार्यवाही सिर्फ गरीबों के आशियाने पर ही हुई, क्या सत्ता धारी दल के लोगो पर विभाग का नियम कानून काम नही करता, क्या सत्ता धारी दल के लोगो द्वारा वन भूमि पर किये गए अवैध कब्जे कार्यवाही के नाम पर विभाग का बुलडोजर पंचर हो जाता है? क्या विभाग की अपनी ही भूमि का ज्ञान नही जो राजस्व भूमि पर बुलडोजर चलाया जा रहा है? इस तरह के सवाल क्षेत्र में चर्चा का विषय बने हुए हैं,

सोनहत एसडीएम ने दिया जांच का भरोसा
आवेदन देने के बाद भूमि स्वामियों ने बताया कि एस डी एम साहब को आवेदन दिए हैं जिस पर साहब ने मौका जांच एवं जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार कार्यवाही का भरोसा दिया है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here