हिंद स्वराष्ट्र कोरिया राजन पाण्डेय : अच्छी बारिश के बाद अब डीएपी खाद की कमी से किसान परेशान हैं। खेतों में बुवाई का समय चल रहा है। इसके बावजूद सहकारी समिति और बाजारों में डीएपी खाद नहीं मिल रही। इससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। सोनहत विकासखण्ड और आसपास के गांवों में मानसून की पहली बारिश के साथ ही किसान खेतों की तैयारी में जुट गए हैं। लेकिन डीएपी खाद की अनुपलब्धता ने पानी फेर दिया।
ग्रामीणों ने बताया कि डीएपी खाद नहीं मिलने से बुवाई शुरू नहीं कर पा रहे हैं। किसान खाद के लिए भटक रहा है। किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द डीएपी खाद उपलब्ध करवाई जाए। ताकि समय पर बुवाई हो सके और फसल पर असर न पड़े।
सांसद प्रतिनिधि रुद्र साहू ने खाद की शीघ्र उपलब्धता कराने की मांग
क्षेत्र के सांसद प्रतिनिधि ने कहा कि बारिश होने के बाद डीएपी उपलब्ध नहीं होने पर किसानों कि परेशानी बढ़ गई है। सहकारी समिति में नहीं मिलने से किसान खाद बीज भंडार से खरीद रहे हैं। लेकिन वो भी किसानों को मंहगे दाम पर दे रहे हैं। इससे क्षेत्र के किसानों में आक्रोश है। कुछ किसान अन्यत्र ब्लॉक से डीएपी खाद ला रहे हैं जो किराया सहित दो हजार रुपए में पड़ रहा है। खाद नहीं मिलने से किसानों में आक्रोश है। सांसद प्रतिनिधि ने शासन प्रशासन से जल्द ने डीएपी जल्द उपलब्ध कराने की मांग की है।
