हिंद स्वराष्ट्र बिलासपुर : जिले से एक शर्मनाक घटना निकलकर सामने आई है जहां बाघ के हमले में मृत व्यक्ति के शव को पीएम कराने अस्पताल लेकर जाने के लिए पुलिस द्वारा मृतक के परिजनों को वाहन उपलब्ध नहीं कराया गया। जिसके बाद मृतक के शोक संतृप्त परिजन मृतक के शव को बोरे में भरकर बाइक से 20 किलोमीटर दूर अस्पताल पहुंचे।
मिली जानकारी के अनुसार सकेरी निवासी ग्रामीण उमाशंकर साहू (50 वर्ष) 15 मई की शाम जंगल गया हुआ था, देर रात तक घर नहीं लौटा। अगले दिन परिजनों ने खोजबीन की तो जोगीपुर के लीम घाट झरना के पास उसका धड़ मिला। बाघ के हमले की आशंका पर वन विभाग और पुलिस को सूचना दी गई। फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची, और खोजबीन के बाद उमाशंकर के शव को बरामद किया गया और जांच के बाद पंचनामा कर शव परिजनों को सौंप दिया गया। शव मिलने के बाद जब परिजन पोस्टमार्टम कराने जूनापारा चौकी पहुंचे, तो चौकी प्रभारी ने वाहन उपलब्ध नहीं होने की बात कहते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया। पुलिस द्वारा मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए लाने में कोई सहायता नहीं की गई जिससे व्यथित परिजनो को सड़ी-गली हालत में शव को बोरी में भरकर दोपहिया वाहन से 20 किलोमीटर दूर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तखतपुर लेकर पहुंचे जहां मृतक का पीएम किया गया।
