हिंद स्वराष्ट्र सूरजपुर : सूरजपुर जिले के भैयाथान ब्लॉक में एक अजीबोगरीब मामला आया है जहां एक शिक्षक की जमीन गायब हो गई है। दरअसल शिक्षक की जमीन कहां गई इसका पता भैयाथान राजस्व विभाग भी नहीं लगा पा रहा हैं। परेशान शिक्षक दिन भर नौकरी के बाद तहसील कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं दरअसल शिक्षक के रकबे में 2.70 हेक्टेयर जमीन है लेकिन नक्शा उनका छोटा है और जिस जमीन पर उन्होंने कब्जा किया हुआ था उस जमीन पर से भी पटवारी द्वारा उनका कब्जा हटा दिया गया है। अब ऐसे में शिक्षक अपनी जमीन पाने के लिए इधर उधर भटक रहे लेकिन सूरजपुर राजस्व विभाग लगातार उन्हें घुमा रहा है। उनकी समस्या का समाधान राजस्व विभाग के पास नहीं है और अगर हैं भी तो राजस्व विभाग के कर्मचारी पटवारी आरआई और स्वयं तहसीलदार करना नहीं चाहते हैं इसीलिए शिक्षक को घुमाने का काम कर रहे हैं।
शिक्षक द्वारा 1997–98 में 2.70 हेक्टेयर जमीन खरीदी गई थी और पटवारी द्वारा उन्हें उनकी जमीन का सीमांकन करके दिया गया था जिसके बाद उनके पड़ोसी के साथ जमीन को लेकर विवाद होने लगा तब जाकर 2016 में शिक्षक द्वारा सीमांकन के लिए आवेदन प्रस्तुत किया गया आवेदन प्रस्तुत करने के बाद उन्हें पता चला कि उनके रकबे में तो जमीन 2.7 हेक्टेयर ही है लेकिन उनका नक्शा छोटा है जिसके बाद उन्हें नक्शा सुधार के लिए आवेदन दिए जाने की सलाह दी गई शिक्षक द्वारा 2016 में ही नक्शा सुधार के लिए आवेदन प्रस्तुत कर दिया गया है लेकिन 2016 से लेकर 2022 तक 6 वर्ष बीत जाने के बावजूद राजस्व विभाग द्वारा उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया है और समस्याओं का समाधान ना होने के कारण शिक्षक इधर उधर भटकने को मजबूर है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि इतनी छोटी सी समस्या का समाधान करने के लिए अगर राजस्व विभाग सक्षम नहीं है तो बड़ी-बड़ी समस्याएं राजस्व विभाग कैसे हल करेंगे??