दिल्ली
सीबीएसई बोर्ड की 10वीं और 12वीं क्लास के बचे हुए एग्जाम को कराने की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है. महाराष्ट्र, दिल्ली और ओडिशा ने परीक्षा कराने में असमर्थता जताने का हलफनामा दिया है. सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहाा कि 10वीं और 12वीं की 1 से 15 जुलाई को होने वाली परीक्षा को कैंसिल कर दिया गया है.
सुनवाई के बाद माना जा रहा है कि नीट और जेईई के एग्जाम के बारे में भी फैसला किया जा सकता है. बता दें कि नीट एग्जाम मेडिकल एंट्रेंस तो, जेईई इंजिनयरिंग के लिए होता है. नीट का एग्जाम 26 जुलाई को निर्धारित है, वहीं जेईई का एग्जाम 18 जुलाई को होना है.
आईसीएसई पर भी फैसला- सीबीएसई बोर्ड एग्जाम के साथ साथ ही आज आईसीएसई बोर्ड एग्जाम पर फैसला हो सकता है. पिछले दिनों सुनवाई के दौरान आईसीएसई ने कहा थी कि सीबीएसई बोर्ड एग्जाम को लेकर जो भी निर्णय करेगी, हम भी वही फैसला स्वीकार करेंगे।
देश के 15000 हजार सेंटरों पर होना है एग्जाम– बता दें कि 1 जुलाई से देशभर में 15000 सेंटरों पर एग्जाम होना है. इससे पहले, केंद्र सरकार ने बताया कि सीबीएसई 15000 सेंटरों पर बोर्ड एग्जाम आयोजित करवाएगी. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट कर कहा कि पहले 3000 सेंटर पर एग्जाम होते थे, अब इसे बढ़ाकर 15000 कर दिया गया है. सरकार ने यह फैसला सोशल डिस्टेंसिंग के मद्देनजर किया है।
29 विषयों की होनी है परीक्षा– इससे पहले केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने छात्रों के साथ बातचीत के बाद 29 अप्रैल को बताया था कि बोर्ड एग्जाम के 81 बचे विषयों में से सिर्फ 29 विषयों की परीक्षा ली जायेगी. अन्य विषयों में इंटर्नल के आधार पर पास कर दिया जायेगा. माना जा रहा है कि बोर्ड अब इन विषयों में भी इंटरनल के आधार पर मार्किंग कर परिणाम जारी करें.