हिंद स्वराष्ट्र अम्बिकापुर : करोड़ों रुपए के जिला खनिज न्यास निधि (DMF) और आबकारी घोटाले के मामले में ACB (एंटी करप्शन ब्यूरो) और EOW (आर्थिक अपराध शाखा) की टीम ने छत्तीसगढ़ में करीब 18 ठिकानों पर छापेमारी की हैं। ACB और EOW की टीम ने रविवार तड़के रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, कोंडागांव और अंबिकापुर समेत कई जगहों पर एक साथ दबिश दी हैं। घोटाले से जुड़े जांच को लेकर अधिकारियों और कारोबारियों के यहां छापेमारी चल रही है। ACB और EOW की टीम द्वारा राजधानी रायपुर में पूर्व आबकारी आयुक्त निरंजन दास के कई ठिकानों पर छापेमारी की गई, जहां अधिकारी आवश्यक दस्तावेजों की पड़ताल कर रहे हैं। इसके साथ ही कारोबारी और सप्लायर हरपाल अरोरा के निवास पर भी कार्रवाई चल रही है। करोड़ों रुपए के डीएमएफ घोटाले में लेनदेन लेकर दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं।
सरगुजा में EOW-ACB की टीम ने पशु चिकित्सक डॉ तनवीर अहमद और सत्तीपारा निवासी सप्लायर अमित अग्रवाल, बलरामपुर जिले के राजपुर में मनोज अग्रवाल के ठिकानों पर छापेमारी की है। रायपुर में टीम ने पूर्व आबकारी आयुक्त निरंजन दास के ठिकानों पर भी छापे मारे हैं। इसके साथ ही बलरामपुर में व्यवसायी मनोज अग्रवाल के निवास पर भी कार्रवाई जारी है। जहां अधिकारियों की टीम सभी से पूछताछ कर रही है. टीम यहां वित्तीय लेन-देन से जुड़े दस्तावेजों की जांच कर रही है।
कोंडागांव में कारोबारी के घर रेड
कोंडागांव में कारोबारी कोणार्क जैन के घर और अन्य ठिकानों पर भी टीम ने रेड की। कोणार्क जैन साल 2019-20 में DMF सप्लाई कार्यों से जुड़े रहे थे। टीम यहां दस्तावेजों और लेन-देन से संबंधित रिकॉर्ड की जांच कर रही है।



