हिंद स्वराष्ट्र अम्बिकापुर : शहरी स्वास्थ्य केंद्र नवापारा में दवा खरीदी के नाम पर लगभग 30 लाख रुपयों की हुई घोटालेबाजी की खबर आज हर अखबार और न्यूज चैनलों की सुर्खियां बनी हुई है। लेकिन आपको बता दे कि हिंद स्वराष्ट्र द्वारा इस मामले का खुलासा आज से लगभग 6 माह पूर्व ही कर दिया गया था, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के कुछ कामचोर आलाधिकारी जो केवल जांच टीम गठित की जा रही है और दोषियों को बक्सा नहीं जाएगा जैसी बड़ी-बड़ी बातें करते हैं उनके द्वारा अब तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई। आपको बता दे की स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त संचालक अनिल शुक्ला द्वारा मीडिया को भी दिए बयान में इस बात का जिक्र किया गया है कि यह मामला 6 महीना पूर्व ही उनके संज्ञान में आया था। अब सवाल यह उठता है कि 6 माह बीत जाने के बावजूद अब तक उनके हाथ खाली क्यों है और इस मामले की जांच पूरी क्यों नहीं हो पाई है..?
हमारे द्वारा लगाई गई 25 अप्रैल 2025 की खबर 👇
यह कोई पहला मामला नहीं है जब जांच जारी है… दोषियों पर कार्रवाई होगी…जैसी बातों के तर्ज पर मामले को दबाने की कोशिश की गई है। आश्चर्य की बात यह है कि हर मामले में संयुक्त संचालक द्वारा एक जांच टीम गठित की जाती है लेकिन जांच टीम कभी भी जांच पूरी नहीं कर पाते हैं, उससे पहले ही जांच टीम को बदलना पड़ता है और दुबारा जांच टीम गठित की जाती हैं और इसी प्रक्रिया में एक लंबा समय बीत जाता है और धीरे-धीरे वह मामला गर्त पर चला जाता है।
ऐसे में स्वास्थ्य विभाग इस मामले की जांच पूरी करवा पाएगा? दोषियों पर कार्रवाई होगी या नहीं..? इन सभी बातों को लेकर लोगों के मन में संशय बरकरार है। अब यह तो देखने का विषय होगा कि इस मामले की जांच संयुक्त संचालक कब तक करवा पाते हैं, करवा पाते हैं या नहीं और अगर जांच हो भी जाती है तो दोषियों पर क्या कार्रवाई होती है….?



